जब भी तुम मन देखो, तुम बुरा रूप से चेतना को वापस लेने, और यह तब हो जाती है कि हम क्या देखने या गवाह को बुलाओ. जब चेतना ही शारीरिक और मानसिक रूप से पहचान से मुक्त कर देते, यह हो जाता है कि हम क्या शुद्ध या प्रबुद्ध चेतना, या उपस्थिति कह सकते हैं.
—from The Power of Now (अब के विद्युत), a book by Eckhart Tolle
Active since April 12, 2010.
613 total characters in this text.
View Pit Stop page for this text
Universe | Races | Average WPM | First Race |
---|---|---|---|
Hindi | 62 | 46.57 | April 12, 2010 |