Text race history for Ashish (ashishpunit)

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जब भी तुम मन देखो, तुम बुरा रूप से चेतना को वापस लेने, और यह तब हो जाती है कि हम क्या देखने या गवाह को बुलाओ. जब चेतना ही शारीरिक और मानसिक रूप से पहचान से मुक्त कर देते, यह हो जाता है कि हम क्या शुद्ध या प्रबुद्ध चेतना, या उपस्थिति कह सकते हैं.

Game Time WPM Accuracy
176 2017-04-03 05:37:27 32.89 84%